प्रयागराज में राजनीतिक धुरंधरों के पुत्रों में दिलचस्प मुकाबला
स्थानीय पॉलिटिकल पंडित भी नहीं लगा पा रहे हैं, जीत का कयास।
प्रयागराज, संयम भारत, जनपद के इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र में दो दिग्गज नेताओं के पुत्रों को टिकट देकर मतदाताओं में जोश पैदा कर दिया है। गुरुवार को जनपद के अधिकांश चौराहों पर लोग आपस में यही चर्चा करते दिखे कि इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से इन दिग्गज नेताओं के पुत्रों में कौन जीतता है यह देखने योग्य होगा। बता दें कि इलाहाबाद लोकसभा सीट से भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों का परिवार प्रदेश में राजनैतिक करियर बहुत लंबा रहा है। इनके आमने-सामने होने से कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। एक तरफ स्व. केशरी नाथ त्रिपाठी तो दूसरी तरफ रेवती रमण सिंह के नाम को भुनाने की कोशिश की जाएगी। दोनों नेताओं में एक भाजपा के कद्दावर नेता तो दूसरे सपा के कद्दावर नेता होने के नाते काटे की टक्कर रहेगी। दोनों परिवार के बेटों के बीच होने वाले इस मुकाबले में किसके सिर ताज होगा। फिलहाल अभी यह कह पाना मुश्किल है। प्रयागराज (इलाहाबाद) और फूलपुर की सीट पर टिकट को लेकर चल रही अटकलों को पिछले दिन पार्टी ने समाप्त कर दिया। भाजपा ने प्रयागराज सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। सपा और कांग्रेस के गठबंधन से इस सीट पर प्रत्याशी के रूप में सपा के कद्दावर नेता रेवती रमण सिंह के बेटे पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री एवं पूर्व विधायक उज्ज्वल रमण सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं प्रयागराज की सीट पर भाजपा ने दिग्गज और बड़े नेता राज्यपाल रहे स्व. पं. केसरी नाथ त्रिपाठी के बेटे हाईकोर्ट के अपर महाधिवक्ता नीरज त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है।
दोनों दलों के इस सीट के जातीय सामंजस्य के आधार पर उतारा है प्रत्याशी
इलाहाबाद संसदीय सीट पर जातीय समीकरण को देखते हुए उम्मीदवार को उतारा गया है। इलाहाबाद लोकसभा सीट का जातीय समीकरण में लगभग क्रमशः सवा लाख यादव, दो लाख मुस्लिम, दो लाख दस हजार कुर्मी, तीन लाख ब्राह्मण, पचास हजार ठाकुर-भूमिहार, ढाई लाख दलित, एक लाख कोल, डेढ़ लाख वैश्य, 80 हजार मौर्या और कुशवाहा, चालीस हजार पाल, एक लाख 25 हजार निषाद बिंद, एक लाख विश्वकर्मा और प्रजापति व अन्य मतदाता है।
“भारी भरकम है, दोनों परिवार का राजनीतिक विरासत”
स्वर्गीय पं केसरी नाथ त्रिपाठी और रेवती रमण सिंह दोनों परिवार की राजनैतिक कैरियर को देखा जाय तो मजबूत है। स्व० पंडित केसरी नाथ त्रिपाठी इलाहाबाद हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता, एवं कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधान सभा अध्यक्ष, तथा राज्यपाल रहे हैं और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में सीधा संवाद हमेशा रहा। जबकि दूसरी ओर से राजा बराव, पूर्व मंत्री, पूर्व लोकसभा सांसद, पूर्व राज्यसभा सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह सपा मुखिया स्व. मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी रहे। भले बाद में अखिलेश यादव से मनमुटाव होने के बाद सपा से कुछ दूरियां बनी रहीं लेकिन वर्तमान में सपा और कांग्रेस के गठबंधन होने पर पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री एवं पूर्व विधायक, उज्ज्वल रमण ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। इस सीट पर दोनों परिवारों का वर्चस्व बराबर बना रहा है।