पीड़ितों की आवाज उठाने वाले पत्रकार को दी जा रही है जान से मारने की धमकी
व्यूरौ,भदोही,जिला ज्ञानपुर में माफिया गर्दी करने वाले भू-माफिया का राज चल रहा है। इस मामले की शिकायत करने वाले शिकायतकर्ताओं को जान मारने की धमकियां दी जा रही हैं। आशचार्य की बात तो यह है कि इसका भंडाफोड़ करने और पीड़ितों की आवाज उठाने वाले वरिष्ठ पत्रकार की जान के पीछे भू-माफिया व उसके गुर्गे पड गए हैं।
इस वजह से भदोही जिले के अंदर योगी सरकार की इमेज खराब होती जा रही है। बार-बार शिकायत किए जाने के बावजूद माफिया सरगना गिरोह के गुर्गे रिटायर लेखपाल भू-माफिया कमला शंकर मिश्र के खिलाफ़ प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से जनाक्रोश बहुत तेजी से बढ़ रहा है। जनता में त्राहि-त्राहि हुई है। भोले भाले किसानों की जमीनों धुआंधार अवैध तरीके से गुंडई के बल पर भू-माफिया ने कब्जा कर लिया है।
दस विश्वा जमीन का मालिक देखते ही देखते बीसों बीघा जमीन का मालिक कैसे बन गया? ग्राम समाज, सरकारी विद्यालय की जमीन, बच्चों के खेल के मैदान, सार्वजनिक तालाब चक मार्गों पर अवैध कब्जा करके आलीशान भवन बनवा लेने वाले भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए शिकायत किए जाने के बावजूद कार्यवाही नहीं हो पा रही है। उसके बाद अब लोगों का धैर्य समाप्त होने लगा है। लोगों ने चेतावनी दी है की अगर भू-माफिया के खिलाफ करवाई नहीं की गई, तो तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
भू-माफिया के खिलाफ लगातार समाचार प्रकाशित होने के करण भू-माफिया कमला शंकर मिश्र और उसके मुर्गे के द्वारा संपादक वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री को जान से मरने की धमकियां दी जा रही हैं। लोगों का यह आरोप है की ज्ञानपुर तहसील में सक्रिय भू-माफिया के अपराधी चारों ओर चिल्ला चिल्ला कर दावा करते हैं की वे रिश्वत के बल पर यहां पर आने वाले अधिकारियों को खरीद लेते हैं। जो भी अधिकारी जांच करने आता है। उसके मुंह पर चांदी का सिक्का मारते हैं कि वह उन्हीं माफियाओं के सुर में सुर मिलाकर उनको बचाने में सक्रिय हो जाता है। इसकी वजह से यहां की कानून व्यवस्था नष्ट हो गई है।
यही नहीं इस भू-माफिया ने पहले सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया। उस सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने के बाद बड़ी बिल्डिंग खड़ी कर दी और उस बिल्डिंग में चार चार विद्यालयों की मान्यता लेकर विद्यालय चला रहा है। जबकि यह शिक्षा विभाग में नियम है की जब तक विद्यालय के नाम से जमीन की रजिस्ट्री न हो तब तक वहां विद्यालय नहीं चल सकता। इस भू-माफिया ने सरकारी जमीन के रिकॉर्डों में हेरा फेरी करते हुए सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया है। तहसील के रिकॉर्डों में हेरा फेरी करने वाले भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा व उसके सहयोगी के काले कारनामों का पुरा कच्चा चिट्ठा जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री के पास भेजा जा चुका है। एवं उच्च अधिकारियों ने भी आदेश दिया है कि अपराधियों के विरुद्ध सख्त करवाई की जाए। भदोही जिलाधिकारी ने इस मामले में अपर कलेक्टर न्यायिक को जांच से अधिकारी बनाया है। उनके द्वारा जांच भी की जा रही है। लेकिन पिछले कई वर्षों से लगातर बार-बार शिकायत किए जाने के बावजूद अधिकारी इस भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? यह बड़े आश्चर्य की बात है।
लोगों का कहना है की भदोही जिले में माफिया सरगना की शह पर जनता का उत्पीड़न हो रहा है। भदोही जनपद में कब माफिया राज समाप्त होगा? सबसे बड़ा सवाल यही है।