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भू-माफिया ने सरकारी जमीन पर कर लिया है अवैध कब्जा कार्रवाई की मांग

अवैध कब्जों की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग!

शिकायतकर्ताओं को घूम-घूम कर दी जा रही हैं धमकियां!

प्रशासन की जानकारी में है पूरा मामला!

भू-माफिया एवं उसके सहयोगी कानूनगो बनाया है अनाधिकृत रूप से करोड़ों अरबों साम्राज्य जांच की मांग!

संयम भारत संवाददाता

भदोही, ज्ञानपुर। ज्ञानपुर तहसील में काश्तकारों की जमीन के रिकॉर्ड में हेरा फेरी करके भारी पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है। क्षेत्र के चर्चित भू माफिया कमला शंकर मिश्रा ने दिव्यांग दलित मल्लू की जमीनों पर फर्जी कागजात तैयार करके अवैध कब्जा कर लिया है और अब इसकी निष्पक्ष जांच होने में बधाएं पैदा की जा रही है। लोगों का कहना है कि ज्ञानपुर तहसील में सरकारी रिकॉर्ड में हेरा फेरी करके जमीन इधर से उधर की जा रही है।

भदोही जनपद के ज्ञानपुर तहसील में माफिया सरगना विजय मिश्रा के गिरोह के गुर्गे कमला शंकर मिश्रा का माफिया राज चल रहा है।

यह गुंडई के बल पर लोगों की जमीन कब्जा कर ले रहा है। इसके गिरोह के सदस्य लेखपाल,कानूनगो और क्षेत्र के तमाम अपराधियों की मदद से भोले वाले किसानों की जमीन पर अवैध कब्जा करने का सिलसिला दसको से शुरू हुआ। वह रुकने का नाम नहीं ले रहा है। भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के बल पर इन लोगों ने माफियागर्दी का ज्ञानपुर तहसील में जंगल राज कायम कर रखा है। जिसकी वजह से स्थानीय किसानों में हाहाकार मचा हुआ है।

लोगों का कहना है कि एक ओर तो मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को माफिया मुक्त बनाने का बार-बार संदेश दे रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री के आदेश को पलीता लगाते हुए इस क्षेत्र में सक्रिय भू माफिया कमला शंकर मिश्रा ने अपने अत्याचारों से क्षेत्र में हाहाकार मचा रखा है। जिस किसान की जमीन पर चाहता है। उस जमीन पर कब्जा कर देता है और कब्जा करने वाले लोग जब इसकी शिकायत करने के लिए उच्च अधिकारियों के पास जाते हैं। तो रास्ते में घेर कर उनको मारता पीटता है। उनकी हत्या करने की कोशिश करता है। इसने शिकायतकर्ताओं को धमकी दी है कि अगर उसके विरुद्ध शिकायत करने का सिलसिला नहीं रुक तो वह शिकायतकर्ताओं की हत्या कर देगा। उसकी धमकी से लोगों में भय और दहशत का माहौल व्याप्त है।

ऐसा लग रहा है कि ज्ञानपुर तहसील में इसी माफिया का राज चल रहा है। कमला शंकर मिश्रा की माफिया गर्दी के कारण किसानों की जमीन कौड़ियों के दाम छीन ली जा रही है। यही नहीं इस माफिया ने ग्राम समाज की जमीन, सार्वजनिक तालाब की जमीन, पंचायत भवन की जमीनों पर भी अवैध कब्जा कर लिया है। इन जमीनों पर अवैध कब्जा करके इस एन बहुत बड़ा भवन बनवा दिया है। एक ही भवन के पते से इसने चार-चार विद्यालयों की मान्यता ले रखी है। इससे पता चलता है कि इसका कितना बड़ा रैकेट है।

रिटायर लेखपाल कमला शंकर मिश्रा विजय मिश्रा गिरोह के लिए गोला बारूद की भी सप्लाई करता है। इस गिरोह के अपराधियों की मदद से शिकायतकर्ताओं को डराता धमकता है। दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर इसमें अवैध कब्जा कर दिया और अब दिव्यांग दलित मल्लू के घर पर चढ़कर यह उसके परिवार वालों को और उसकी जान से मारने की धमकियां दे रहा है।

पिछले दिनों उसने अपने गुर्गों की मदद से उसके ऊपर जान लेवा हमला बोला। उसके घर की झोपड़ी में तोड़फोड़ की और लाठी डंडों से उसके परिवार वालों को पीटा। जिसकी वजह से दलित बस्ती में दलितों का रहना दुश्वार हो गया है। उनकी जान माल खतरे में है। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री से दर्जनों बार शिकायत की गई। लेकिन भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के बल पर भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा और इसके सहयोगी लेखपाल, कानूनगो आदि लोग तहसील ज्ञानपुर को खरीद कर उसे अपने इशारे पर चला रहे हैं। यही नहीं ये लोग प्रशासन को भी अपने इशारे पर चलाने की बात कर रहे है। लगता है इसी वजह से उनकी माफिया गर्दी के बारे में की गई शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती और न ही इनके विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज होता है। पीड़ित एवं पत्रकार पर जानलेवा हमला कर चूका है। लेकिन इसके विरुद्ध आज तक कोई fir नहीं दर्ज हुई।

इसका क्षेत्र में इतना रसूख है कि यह रिश्वत देकर अपनी आपराधिक गतिविधियों को रफा दफा कर देता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिन रात मेहनत करके उत्तर प्रदेश की जनता को माफियाओं के राज से मुक्ति मुक्ति दिलाना चाहते हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन की जानकारी में पूरा मामला होने के बाद भी इन अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? यह बड़े आश्चर्य की बात है? दर्जनों शिकायती पत्र दिए गए। मीडिया में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया और चैनलों पर इससे संबंधित खबरें छाई हुई है। लेकिन फिर भी माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा की हरकतों को देखकर ऐसा लगता है कि इसने ज्ञानपुर तहसील में माफिया राज कायम कर रखा है और इसकी गुंडागर्दी के आगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शासन प्रशासन फेल हो गया है। लोगों का कहना है कि इस माफिया के खिलाफ अगर कार्रवाई नहीं की गई तो भारतीय जनता पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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