डीएम के निर्देश पर भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई तेज!
डीएम ने संबंधित अधिनस्थ से मांगा सरकारी रिकॉर्ड एवं ब्यौरा!
पीड़ितों को उम्मीद है कि डीएम शीघ्र करेंगे ठोस करवाई!
रिटायर्ड लेखपाल के भ्रष्टाचार की खुलने लगी पोल!
जिलाधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन!
संयम भारत संवाददाता
व्यूरो,भदोही, ज्ञानपुर। भू-माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा और उसके गिरोह के सदस्यों के खिलाफ जिला प्रशासन का शिकंजा अब कसने लगा है। डीएम ने स्वयं पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए इन लोगों की कुंडली पता लगाना शुरू कर दी है।
माफिया गिरोह के लिए काम करने वाले भू माफिया रिटायर लेखपाल कमला शंकर मिश्रा के जितने भी काले कारनामें हैं। उन सब का रिकॉर्ड जिलाधिकारी ने तलब किया है। सूत्रों का कहना है कि रिटायर लेखपाल कमला शंकर मिश्रा ने पूरे क्षेत्र में भारी आतंक फैला रखा है और सरकारी एवं लोगों की जमीनों पर वह अवैध रूप से कब्जा किया है। अपराधी गैंग के साथ मिलकर लोगों की जमीनों पर अवैध कब्जा करने की वजह से ज्ञानपुर तहसील में माफिया गर्दी को बढ़ावा मिल रहा है। किसान परेशान है। जनता दुखी है। लोगों की जमीन इधर से उधर कर दी जा रही है। सरकारी रिकॉर्ड से सरकारी रिकार्ड गायब कर दिए जा रहे हैं। भू-माफिया चकबंदी के रिकॉर्ड में हेराफेरी में करा दिया है। भू-माफिया एवं इसके गुर्गे लोग पीड़ितों को डराता धमकाता है। इन सब की अपराधिक गतिविधियों के कारण शिकायतकर्ताओं का जीना दुश्वार हो गया है।
भदोही जिले के ज्ञानपुर तहसील में कार्यरत रहे पूर्व लेखपाल भू-माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ अब कार्रवाई तेज हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश के बाद जिलाधिकारी ने भू-माफिया के खिलाफ मातहतों को कार्रवाई का निर्देश दिया है।
ज्ञानपुर तहसील में तैनात रहे पूर्व लेखपाल कमला शंकर मिश्रा और उसके गिरोह के सदस्यों के भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी घोटालेबाजी, अत्याचार, शोषण, उत्पीड़न के खिलाफ पिछले कई महीने से स्थानीय निवासी व्यापक आंदोलन चला रहे हैं। इन माफिया सरगना के गलत कारनामों के विरुद्ध जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक दर्जनों बार ज्ञापन भेजे गए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पूर्व लेखपाल कमला शंकर मिश्रा, माफिया सरगना गिरोह के लिए काम करता है। इसी गिरोह के लोगों की मदद से इसने बीसों बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है और माफिया गिरोह के लोगों को भी बहुत सी जमीनों पर अवैध करवा दिया। तहसील में हेरा फेरी करके सैकड़ो बीघा जमीन इधर से उधर कर देने वाले लेखपाल पूर्व लेखपाल कमला शंकर मिश्रा और उसके गिरोह के सदस्यों की हरकतों से आजीज आकर लोगों ने प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री जिलाधिकारी से लेकर तमाम अधिकारियों के पास चिट्ठी भेजना शुरू कर दी और धीरे-धीरे इसके गलत कार्यों का खुलासा होना शुरू हो गया।
सबसे बड़े आश्चर्य की बात यह है कि क्षेत्र के दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर इसने कब्जा कर लिया। जो बेचारा असहाय है। उसे दोनों आंखों से कुछ दिखाई नहीं देता। इसकी कार्यस्थानियों के चलते लोग परेशान हैं। इसने बीसों बीघा जमीन अपने एवं अपने परिवार के नाम करवा ली और जमीनों से संबंधित चकबंदी विभाग में कागजातों इधर उधर करा दिया। लोगों का कहना है कि पहले यह जमीन की खोज करता है। जमीन चिन्हित करने के बाद जमीन के कागजातों की तहसील के रिकॉर्ड की निगहबानी करता है। निगहबानी करने के बाद मौका पाकर वहां से असली रिकॉर्ड गायब करके वहां अपना नाम दर्ज करवा देता है। इस तरह से हेरा फेरी करके इसने बीसों बीघा जमीन हथिया ली।
पहले इसके पास दस बिस्वा जमीन थी। आज यह बीसों बीघा जमीन का काश्तकार बन चुका है। यही नहीं इसमें ग्राम पंचायत, ग्राम समाज सार्वजनिक तालाब आदि जमीनों पर अवैध कब्जा करके वहां विद्यालय खुलवा दिया है और जिस जमीन पर इसने विद्यालय खुलवाया है। वह सरकारी जमीन है। उस सरकारी जमीन को इसने तहसील के रिकॉर्ड में अपने परिवार व अविधिक विद्यालय के नाम से दर्ज करवा दिया। इसके द्वारा जिन जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है। उन जमीनों पर से अवैध कब्ज़ा हटाए जाने के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को इस संबंध में ज्ञापन दिया गया था। उन्होंने जिला अधिकारी भदोही को माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा उसके ग्रुप लोगों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है। इस निर्देश के तहत कार्रवाई शुरू हो गई है। विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से अब लोगों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री से भुक्तभोगियों के द्वारा इस मामले की शिकायत करने की योजना बनाई जा रही थी। लेकिन जिलाधिकारी भदोही के हस्तक्षेप से अब लोगों को उम्मीद जगी है कि शीघ्र ही उन्हें न्याय मिलेगा। सूत्रों का कहना है कि जिलाधिकारी भदोही ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उच्च स्तरीय कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। उन्होंने संबंधित अधिनस्थों को निर्देश दिया है कि वह समस्त रिकॉर्ड, कागजात व शिकायतकर्ताओं की समस्या के संदर्भ में शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करें। राजस्व से संबंधित मामला होने के कारण जांच में कुछ देरी जरूर लग सकती है। लेकिन जिलाधिकारी भदोही की सक्रियता से अब लग रहा है कि भू माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा और उसके गिरोह के सदस्यों के विरुद्ध शीघ्र ही कठोरतम कार्रवाई होगी।