शासन ने भ्रष्टाचारियों एवं भू-माफियाओं के खिलाफ चला दिया है विशेष अभियान
इटहरा के भू-माफिया के खिलाफ एवं इसके सहयोगियों के खिलाफ शासन प्रशासन की भृकुटी टेढ़ी!
पत्रकारों की लेखनी को दबाने वाले भू-माफिया अपराधी होंगे बेनकाब!
संयम भारत संवाददाता
व्यूरो,भदोही, ज्ञानपुर। रिटायर भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से क्षेत्र में डर का माहौल है। इस भू माफिया के खिलाफ अभियान चला रहे थे ऐप्रवा अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार की निर्भीक लेखनी को रोकने के लिए धमकियों का सहारा लिया जा रहा है। भू माफिया के खिलाफ खबर छपने से बौखलाए अपराधी अब पत्रकार को धमकी दे रहे हैं।
ग्राम इटहरा, तहसील ज्ञानपुर, जनपद भदोही में दिव्यांग दलित मल्लू की एवं सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वाला पूर्व लेखपाल भू माफिया माफिया सरगना गिरोह के सहयोगी शातिर अपराधी कमला शंकर मिश्रा और उसके सहयोगी के खिलाफ पिछले कई दिनों से विभिन्न चैनलों में एवं समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित हो रहे हैं। इसके व तहसील में तैनात इसके संरक्षकों के अत्याचार, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा से जमीन इधर उधर करने की खबरें जब समाचार पत्रों में प्रकाशित होने लगी तो शासन- प्रशासन हरकत में आया और इस गिरोह के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। देखते ही देखते ये इतना बड़ा भू माफिया कैसे बन गया और माफिया सरगना गिरोह को इसने किन-किन जमीनों पर अवैध कब्जा करके फायदा पहुंचाया है। इन सब मामलों की अब जांच शुरू हो गई है। फर्जी एवं झूठा हलफनामा के आधार पर दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर जो इसने अवैध कब्जा कर रखा है। उस अवैध कब्जे को हटाने के लिए शासन के निर्देश पर उच्च स्तरीय कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। काश्तकारों की जमीन पर अवैध कब्जा करने के साथ ही पंचायत भवन ग्राम समाज सार्वजनिक तालाब आदि की जमीनों पर कब्जा करके इसने बहुत बड़ी बिल्डिंग तैयार करवा दी है।
इस बिल्डिंग के एक ही पते से इसने चार विद्यालयों की मान्यता ले रखी है। भू माफिया कमला शंकर मिश्रा का पूरे क्षेत्र में भारी आतंक छाया हुआ है। इसके अत्याचारों से जनता कराह रही है। लोग त्राहि त्राहि कर रहे हैं। जनता भारी उत्पीड़न का शिकार है।
ज्ञानपुर तहसील रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। ऐसी स्थिति में वरिष्ठ पत्रकार ने इसके भ्रष्टाचार परक कारनामों की पोल खोलते हुए इसकी काली करतूतो का जो कच्चा चिट्ठा उजागर कर दिया। उसकी वजह से इस अपराधी गिरोह में खलबली मच गई है। पूरे जनपद ही नहीं प्रदेश में वरिष्ठ पत्रकार के लेखनी की सराहना हो रही है। अन्याय अत्याचार भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी के खिलाफ उन्होंने जो मुहिम शुरू की है। उसको अब व्यापक समर्थन मिलने लगा है।
रिटायर लेखपाल भू माफिया कमला व इसके सहयोगी लेखपाल, कानूनगो आदि लोग मिलकर रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के जरिए जांच कार्यवाही पर रोक लगवा देने की कोशिशें में लगे हैं। परगना अधिकारी ज्ञानपुर तहसील के द्वारा दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन को खाली कराए जाने का मामला शासन स्तर तक पहुंचाने के कारण अब यह मामला सुर्खियों में है।
इस मामले को हाईलाइट करने के कारण वरिष्ठ पत्रकार के खिलाफ अब इस भू माफिया के गुर्गे सक्रिय हो गए हैं और यह उनकी निर्भीक लेखनी को दबाने के लिए तरह-तरह की कोशिश कर रहे हैं। जिसकी जनपद के वरिष्ठ पत्रकारों ने कड़ी निंदा की है। लोगों ने इस मामले में भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत तिवारी शास्त्री की जान माल की सुरक्षा किए जाने तथा भू माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।