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ज्ञानपुर तहसील में जंगलराज: भू-माफिया लेखपाल-कानूनगो चला रहे हैं तहसील प्रशासन!

भ्रष्टाचार-रिश्वतखोर लेखपाल और कानूनगो एवं इटहरा का भू-माफिया पूर्व लेखपाल का सरकार के खिलाफ फर्जी आंदोलन!

भ्रष्ट लेखपाल और कानूनगो की हड़ताल से ज्ञानपुर तहसील का कामकाज ठप!

माफिया सरगना विजय मिश्रा के सहयोग से सरकार के खिलाफ आंदोलन की हो रही है फंडिंग!

लेखपाल-कानूनगो एवं भू-माफिया के आतंक और गुंडई के चलते तहसील में जाने से घबराते हैं वादकारी!

सरकार की छवि को धूमिल करने में लगे हैं लेखपाल और कानूनगो एवं भू-माफिया!

विशेष संवाददाता

भदोही ज्ञानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि को धूमिल करने के लिए ज्ञानपुर तहसील में तैनात भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपी लेखपाल सर्वेश शुक्ला और कानूनगो एवं इटहरा का भू-माफिया पूर्व लेखपाल के इशारे पर सरकार के खिलाफ जो आंदोलन चलाया जा रहा है। उससे आम जनता के सामने भारी कठिनाइयां उत्पन्न हो गई हैं। लेखपालों की हड़ताल के कारण तहसीलों में कोई काम नहीं हो पा रहा है।
पिछले दिनों ही भदोही जनपद ज्ञानपुर तहसील में तैनात लेखपाल सर्वेश शुक्ला और कानूनगो इंदू तिवारी एवं इटहरा के भू-माफिया के विरुद्ध माफिया सरगना विजय मिश्रा गिरोह से साथ गांठ करके काश्तकारों की जमीन पर अवैध कब्जा करने, दलित दिव्यांग अमर सिंह की भूमि दूसरे को जबरन दे देने, पंचायत भवन कन्या पाठशाला, खेलकूद का मैदान और ग्राम समाज की जमीन प्राइवेट लोगों का नाम दर्ज कर सरकारी जमीन को बेचने जैसे गंभीर आरोपों का सामना कर रहे लेखपाल सर्वेश शुक्ला और कानूनगो इंदु तिवारी व भू-माफिया सरकार की छवि को धूमिल करने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
बताया जाता है कि इन तीनों के विरुद्ध जब विभिन्न समाचार पत्रों में खबरें छपना शुरू हुई। तो पेशबंदी के तौर पर अब इन लोगों ने ज्ञानपुर तहसील में लेखपालों को आंदोलन के लिए भड़काना शुरू कर दिया है। यही नहीं आंदोलन को तेज करने के लिए फंडिंग भी कर रहे हैं। जबकि इनके भ्रष्टाचार की चर्चा गांव, तहसील, थाना, जिला, देश-विदेश से लेकर हर जगह हो रही है।

सर्वेश शुक्ला और इंदु तिवारी एवं इटहरा कि भू-माफिया के भ्रष्टाचार पर शासन प्रशासन ध्यान न दे पाए। इसलिए शासन का ध्यान भटकाने के लिए अब यह तीनों सर्वेश शुक्ला और इंदु तिवारी व इटहरा का भू-माफिया लेखपालों के द्वारा चलाए जा रहे सरकार विरोधी आंदोलन में कूद पड़े हैं।
लेखपालों के इस आंदोलन से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। सरकारी कामकाज प्रभावित होने से तहसीलों में लोगों को न्याय नहीं मिल पा रहा है। माफिया विजय मिश्रा से सांठगांठ करके भदोही जनपद ज्ञानपुर तहसील में सरकार के खिलाफ लेखपालों के आंदोलन को इस तरह से बढ़ावा देना अब इन तीनों नों के लिए भारी पड़ सकता है। सूत्रों का कहना है कि ज्ञानपुर तहसील के लोगों ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि लेखपाल सर्वेश शुक्ला और कानूनगो इंदू तिवारी एवं भू-माफिया लेखपाल आंदोलन के समर्थन में भारी धनराशि खर्च करके पोस्टर और पर्चा छपवाकर जगह-जगह बांट रहे हैं। ये दोनों पर्चा बांट कर लेखपालों को सरकार के खिलाफ भड़का रहे हैं। ताकि इन लोगों ने जो भ्रष्टाचार, शोषण, अन्याय, अत्याचार किया है। उसकी जांच न होने पाए।
भ्रष्टाचार की मार से बचने के लिए लेखपाल और कानूनगो एवं भू-माफिया की इस पेशबंदी के चलते जनता में त्राहि त्राहि मची हुई है। तहसील में कोई काम नहीं हो रहा है। ज्ञानपुर तहसील में इन दोनों ने आतंक फैला रखा है। आंदोलन के दौरान सर्वेश शुक्ला और इंदु तिवारी व इटहरा का भू-माफिया ने गुंडई कर रहे हैं जिससे वादकारी परेशान है,इनकी अराजक गतिविधियों से सरकार की छवि धूमिल हो रही है

जिलाधिकारी के बारे में लोग कह रहे हैं कि उनके द्वारा सर्वेश शुक्ला और इंदु तिवारी व इटहरा के भू-माफिया के विरुद्ध कार्रवाई में देरी किए जाने के कारण ज्ञानपुर तहसील का प्रशासन रसातल में चला गया है। कूट दस्तावेज, जबरन फर्जी कागज तैयार करके एक की जमीन दूसरे को दे देना। उनके बाएं हाथ का खेल है। पिछले कई दिनों से इन तीनों के विरुद्ध लगातार शिकायती पत्र शासन प्रशासन को भेजे जा रहे हैं। जिससे भ्रष्टाचारियों की नींद हराम हो गई है। माफिया के मुर्गे परेशान हैं। इस परेशानी से बचने के लिए अब यह लेखपालों के प्रदेशव्यापी आंदोलन को बढ़ावा देकर योगी आदित्यनाथ की सरकार की साख के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस कर रहे हैं। जिसके लिए इन तीनों को तत्काल दंडित किए जाने की लोगों ने मांग की है।
बताया जाता है कि शोहरतगढ़ में लेखपाल संघ ने एंटी करप्शन की कार्रवाई पर नाराज़गी जताते हुए कार्य बहिष्कार किया था। लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि लेखपालों पर शोषण हो रहा है और उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है। संतकबीरनगर में लेखपालों ने अपनी मांगों को लेकर काम ठप कर आंदोलन किया था। कई तहसीलों में अलग-अलग धरना प्रदर्शन आयोजित हुए थे। देवरिया में लेखपालों ने कलेक्ट्रेट परिसर में धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया था। लेखपाल सर्वेश शुक्ला और कानूनगो इंदू तिवारी व इटहरा का भू-माफिया पूर्व लेखपाल पूरे प्रदेश में टहल टहलकर लेखपालों के आंदोलन को बढ़ावा देने के साथ ही सरकारी कर्मचारियों को भड़का रहे हैं। सरकार के खिलाफ सरकारी कर्मचारियों को भड़काये जाने के कारण उत्तर प्रदेश की तहसीलों का माहौल खराब हो रहा है।
दूसरी ओर क्षेत्र के लोगों ने लेखपाल, कानूनगो एवं भू-माफिया के भ्रष्टाचार खिलाफ सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान को सही बता रहे है।
लेखपाल कानूनगो व भू-माफिया के भ्रष्टाचार की वजह से सरकार बदनाम हो रही है इस वजह से उनके काले कारनामों पर अंकुश लगाए जाने की जरूरत है। इन्हीं के कुकृत्यों की वजह से गांवों में बढ़ रही है वैमनुष्यता।
रिश्वतखोरों की वजह से उत्तर प्रदेश के देवरिया, प्रयागराज में प्रतापपुर आदि जगहों पर हो रही है, वीभत्स घटनाएं ।
इस भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण जनपद भदोही, तहसील ज्ञानपुर, ग्राम सभा इटहरा का एक पूर्व लेखपाल भू-माफिया है, जिसने अपने सेवाकाल में ग्राम सभा, कन्या पाठशाला, पंचायत भवन, खेद कूद का मैदान, दिव्यांग मल्लू की जमीन, एवं अमर सिंह आदि की जमीन को कब्जा करके साम्राज्य खड़ा कर दिया। इस कार्य के सहयोगी लेखपाल सर्वेश शुक्ला, कानूनगो इन्दु तिवारी की सम्पत्ति और काले कारनामे से कम नहीं है। ये भ्रष्टाचारी सर्वविदित जेल में बंद कुख्यात अपराधी के सक्रिय सदस्य हैं, और आज भी अपने गोरख धन्धें में लगे हुए हैं। इस गैंग का सहयोगी, इस भू-माफिया का एक रिश्तेदार S.D.M. ज्ञानपुर के यहां बाबू है। ये भी अपना शातिराना खेल, खेलता व नोचता खाता रहता है। जिसकी वजह से इन भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध जिला प्रशासन द्वारा सही ढंग से कार्रवाई नहीं की जा रही है।

 

 

 

माफिया सरगना के टीम लीडर बन गए हैं लेखपाल और कानूनगो

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