शहीद लाल पद्द्मधर जी के परिजनो ने उनकी वास्तविक मूर्ति इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में पुनर्स्थापित करने के सम्बन्ध में कुलपति को दिया ज्ञापन।
विशेष संवाददाता
प्रयागराज, संयम भारत, शहीद लाल पद्द्मधर के भतीजे अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर भूपेन्द्र सिंह कृपालपुर, सतना, मध्य प्रदेश निवासी विगत दिनों प्रयागराज भ्रमण के लिए आये थे, उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में यूनियन भवन के पास शहीद लाल पद्मघर की मूर्ति का दर्शन किया और बताया कि उक्त मूर्ति का चेहरा शहीद लाल पद्मघर के वास्तविक चेहरे से एकदम भिन्न है। उनके शहीद होने के समय उनकी उम्र लगभग 28 वर्ष थी और उस समय का उनका फोटोग्राफ उनके परिवार के पास सुरक्षित है। उनके परिवार की हार्दिक इच्छा है कि शहीद लाल पद्मघर के वास्तविक चेहरे (मुखाकृति) की मूर्ति बनवाकर उक्त मूर्ति की जगह पुनस्थापित किया जाये, उनके परिवार ने उनकी एक वास्तविक मूर्ति बनवाई है, जिसे विश्वविद्यालय परिसर में पूर्वस्थापित मूर्ति की जगह पुनर्स्थापित किया जा सकता है।
पत्र के माध्यम से उनके परिजनों ने कुलपति से निवेदन किया कि भावनाओं का ध्यान रखा जाए और महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद लाल पदद्मधर की वास्तविक मूर्ति स्थापित किया जाये। बताते चलें कि अगस्त क्रांति के महानायक रहे शहीद पद्मधर सिंह 12 अगस्त 1942 को इलाहाबाद में तिरंगे के लिए बलिदान हो गए थे।
शहीद लाल पद्मपर जी के परिजनो ने उनकी वास्तविक मूर्ति इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में पुनर्स्थापित करने के सम्बन्ध में कुलपति को दिया ज्ञापन। #SB_News #Prayagraj #AU #india #Allahabad_university
— Sanyam Bharat Daily Newspaper (@sanyam_bharat) December 11, 2023
Read More..👇👇https://t.co/nxCVBF6WIG pic.twitter.com/yuI9sbzuLZ