कोनिया की जनता का आक्रोश: पीपा पुल की देरी और पक्के पुल की मांग को लेकर होगा धरना-प्रदर्शन
कोनिया बोले – अब बस! विकास चाहिए, बहाना नहीं
पीपा पुल की देरी से जनता परेशान, अब सड़कों पर उतरेगा कोनिया!
कोनिया की जनता बोलेगी – जवाब दो, जिम्मेदारी लो!
संयम भारत संवाददाता व्यूरो,भदोही, संयम भारत, कोनिया क्षेत्र के लोगों का सब्र अब टूट चुका है। वर्षों से पीपा पुल की समय-समय पर होने वाली खराब स्थिति, सामग्री की अनुपलब्धता और हर वर्ष संचालन में हो रही देरी ने जनता को आंदोलन के लिए मजबूर कर दिया है। क्षेत्र के बड़े-बुजुर्गों और युवाओं ने एक स्वर में निर्णय लिया है कि अब आवाज बुलंद की जाएगी। क्षेत्रवासी जिलाधिकारी के समक्ष ज्ञापन (पत्रक) सौंपेंगे और धरना-प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन PWD विभाग की लापरवाही और पक्का पुल निर्माण की तिथि घोषित करने की मांग को लेकर होगा।स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग में तैनात अधिकारी और ठेकेदार वर्षों से जिम्मेदारी से काम नहीं कर रहे हैं। ना स्टोर रूम का ठिकाना है, ना लकड़ी प्लेट का, हर जगह अव्यवस्था और उदासीनता का आलम है। जनता ने बताया कि कई बार शासन-प्रशासन के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अधिकारी आते हैं, निरीक्षण करते हैं, लेकिन नतीजा वही “ढाक के तीन पात” रहता है। कोनिया क्षेत्र की जनता इस उपेक्षा से तंग आ चुकी है और अब क्षेत्र के विकास के लिए स्वयं आगे आने को तैयार है।क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने जनता से अपील की है कि हर व्यक्ति आधे घंटे का समय निकाले और अपने अधिकारों के लिए खड़ा हो। जनता का कहना है कि अब कोनिया क्षेत्र की समस्या केवल एक विभाग की नहीं, बल्कि पूरे प्रशासन की जिम्मेदारी है। इसलिए सभी क्षेत्रवासी जिलाधिकारी से मुलाकात कर शासन-प्रशासन को जागरूक करेंगे और विकास की मांग दोहराएंगे। कोनिया की जनता अब केवल वादों से नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई चाहती है, एक स्थायी समाधान, एक पक्का पुल, और एक जवाबदेह व्यवस्था। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शशिकांत पांडे मंटू, छोटेलाल शुक्ला, हृदय शंकर दुबे, यजवेंद्र सिंह, पवन तिवारी, राकेश पांडे, विपिन पांडे, दुर्गा प्रसाद तिवारी, आदि प्रमुख रूप से कोनिया वासी उपस्थित रहे।

