जल्द ही इस तरह से धूर्त बाजी करने वाले भू-माफिया को कानून के सामने देना होगा जबाब!!
भू-माफिया जाति बदलकर हड़प ली दिव्यांग दलित की जमीन!
जांच कर्ता पहले की रिपोर्ट में भू-माफिया को संत बताया दूसरे रिपोर्ट में एसीओ कि दी दुहाई……..?
भू-माफिया के कारनामों के विरुद्ध पीड़ित दलित दोनों आंख से दिव्यांग मंल्लू ने मुख्यमंत्री, डीएम, एसपी को शिकायती प्रार्थना पत्र भेज कर मांग किया कि है स्व० मनबोध चमार पुत्र स्व० माताबदल,एवं स्व० मनबोध पासी पुत्र स्व० माताबदल व स्व० गंगाराम चमार पुत्र स्व० मनबोध, स्व० गंगाराम पासी पुत्र स्व० मनबोध तथा स्व. शीतला चमार पुत्र स्व० गंगाराम,स्व. शीतला पासी पुत्र स्व० गंगाराम उपरोक्त दोनों परिवार के कुटुम्ब रजिस्टर, परिवार रजिस्टर, कुर्सीनामा, वंशावली सार्वजनिक किया जाए!
हेरा फेरी करके भू-माफिया ने हड़प ली है मेरी जमीन?
संयम भारत संवाददाता व्यूरो,भदोही, ज्ञानपुर। भदोही जनपद के ज्ञानपुर तहसील में अपराधियों का गुंडा राज चरम सीमा पर है. इनकी मनमानी इतनी चल रही है कि जिस भू माफिया गिरोह के सरगना के खिलाफ शिकायत की गई। उसी गिरोह के सदस्य ने फर्जी रिपोर्ट लगाकर भू-माफिया कमला शंकर मिश्र को बचाने कि कोशिश कर रहा है और साथ ही कानून को एवं अपने उच्च अधिकारियों के आंख में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। जिसकी वजह से लोगों में भारी रोष व्याप्त है।पता चल रहा है कि दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इसकी जांच भी चल रही है। उच्च न्यायालय के द्वारा इस मामले में सुनवाई की जा रही है। इसके पहले जितनी भी जांच हुई सब में यह बताया गया कि दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर कब्जा करने के लिए भू माफिया कमला शंकर मिश्रा जो की पूर्व में ज्ञानपुर तहसील में लेखपाल रह चुका है। उसने सरकारी रिकॉर्ड में हेरा फेरी करके दिव्यांग दलित के पिता की जाति बदलकर उसकी जमीन अपने नाम से करवा ली और इस नामांतरण की कार्रवाई में ज्ञानपुर तहसील में तैनात लेखपाल की महत्वपूर्ण भूमिका थी। कूटरचित दस्तावेज तैयार करने में लेखपाल,कानूनगो ने भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा की मदद की थी। भू माफिया कमला शंकर मिश्रा भी बहुत ही भ्रष्ट और बेईमान किस्म का अपराधी है। पहले यह ज्ञानपुर तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात था। लेखपाल रहते हुए इसने अपने ही गांव का चार्ज ले लिया और फिर गांव के दलितों की जमीन कूटरचित दस्तावेज तैयार कर अपने नाम करवा ली।कूटरचित दस्तावेज को तैयार करने में लेखपाल की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। आश्चर्य वाली बात तो यह है कि भू माफिया कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ जब शिकायत की गई। तो उच्च अधिकारियों ने किसी निष्पक्ष लेखपाल के द्वारा जांच कराए जाने के बाद बजाय कमला शंकर गिरोह के गुर्गे को ही यह जाच सौंप दी और उसने अपने आका की मनमाफिक रिपोर्ट लगाकर मामले पर लीपापोती कर दी। कमला शंकर मिश्र को बचाने के लिए लेखपाल ने जो फर्जी रिपोर्ट तैयार की। उस रिपोर्ट की वजह से दिव्यांग दलित मल्लू को न्याय नहीं मिल पा रहा है। उच्च अधिकारियों को यह बात पता है। सैकड़ो बार समाचार पत्रों में यह बात प्रकाशित हो चुकी है कि लेखपाल, कानूनगो यह भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा जो की माफिया सरगना का सक्रिय सदस्य है। ये सब उसके लिए काम करते हैं। उसके बावजूद कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ लेखपाल से ही क्यों जांच कराई गई? अब यह मामला जांच का विषय हो गया है। ज्ञानपुर तहसील में भू माफिया कमला शंकर मिश्रा का गुंडाराज चरम सीमा पर है। इसने दिव्यांग दलित मल्लू पुत्र स्वर्गीय शीतला पुत्र स्वर्गीय गंगा एवं गंगा पुत्र स्वर्गीय एवं मनबोध पुत्र स्वर्गीय माता बदल जो की जाति के चमार हैं। उनकी उप जाति पासी बताकर कागजात में हेरा फेरी करके भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा ने गरीबों की जमीन हड़प ली है। जिससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक भदोही को भेजे गए प्रार्थना पत्र में दिव्यांग दलित मल्लू पुत्र स्वर्गीय शीतला चमार निवासी इटहरा ग्राम थाना कोइरौना तहसील ज्ञानपुर जिला भदोही को प्रार्थना पत्र भेज कर विपक्षीगण कमला शंकर मिश्रा, राधेश्याम मिश्रा आदि के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया है कि दिव्यांग दलित मल्लू चमार पुत्र स्वर्गीय शीतला थे। उनके पूर्वज को जाति का पासी दिखाकर भू माफिया कमला शंकर मिश्रा ने उनकी जमीन हड़प ली है। प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि चमार हो या पासी अनुसूचित जाति के व्यक्ति है। उनके द्वारा दान पत्र कानूनन नहीं दिया जा सकता है। जबकि गांव सभा में खुली बैठक तत्कालीन ग्राम प्रधान द्वारा किया गया। दिनांक 31.7.2011 को जानकारी में आया जिसमें पूरे ग्राम सभा के लोगों के सामने प्रस्ताव पारित हुआ कि स्व. मनबोध पुत्र स्वर्गीय माता बदल चमार के अलावा ग्रामसभा में कोई अन्य व्यक्ति नहीं है। यदि विपक्षी द्वारा कहा गया कि स्वर्गीय मनबोध पुत्र स्वर्गीय माता बदल पासी नाम के व्यक्ति था। तो उनके द्वारा कुटुंब रजिस्टर एवं परिवार रजिस्टर अथवा कुर्सी नामा वंशावली जांच कर देखा जाए। भू-माफिया के द्वारा ग्राम सभा की बीसों बीघा जमीन व अन्य लोगों की जमीन में हेरा फेरी करके जमीन पर कब्जा किया है। जिसके संबंध में तत्कालीन ग्राम सभा द्वारा उप जिलाधिकारी ज्ञानपुर में मुकदमा दाखिल किया है। विपक्षीगढ़ के सहयोगी द्वारा जो झूठा साक्ष्य दिया जा रहा है। उसके खिलाफ करवाई किया जाए और प्रार्थी मल्लू के परिवार एवं उसके सहयोगियों की जानमाल की रक्षा करते हुए न्याय दिलाया जाए। जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है कि उपरोक्त के आधार पर विपक्षियों द्वारा मल्लू पुत्र स्वर्गीय माता बदल चमार जगह पर मनबोध पासी पुत्र माता बदल कर जमीन हड़प लिया गया है। मनबोध पासी पुत्र स्वर्गीय माता बदल पासी के वारिसान का कुटुंब रजिस्टर व परिवार रजिस्टर अथवा कुर्सी नामा वंशावली मगा कर जांच कर दोषियों के खिलाफ भू-माफिया कमला शंकर पुत्र शिवकरन मिश्रा के सहयोगियों द्वारा कूटरचित कागजातों को तैयार करने के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर पीड़ित लोगों ने कार्रवाई की मांग की है।