राखी के धागों में बंधा अपनापन, बच्चों को थानाध्यक्ष ने दिया सुरक्षा का वचन
व्यूरो,कौशांबी,श्री मथुरा प्रसाद सरस्वती शिशु मंदिर गौसपुर विद्यालय रक्षाबन्धन पर्व का कार्यक्रम आयोजन किया गया— रक्षा बंधन का पर्व सिर्फ भाई-बहन तक सीमित नहीं, बल्कि यह सुरक्षा, विश्वास और प्रेम का प्रतीक है। इसी भावना को जीवंत करते हुए विद्यालय में आज विशेष राखी कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने स्थानीय थाना इंचार्ज धीरेंद्र सिंह व उनके साथ अन्य पुलिसकर्मियों की कलाई पर राखी बाँधी और मिठाई खिलाकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की। बच्चों की मासूम मुस्कान और स्नेह से अभिभूत होकर थाना इंचार्ज ने भी उन्हें वचन दिया कि वे सदैव उनकी सुरक्षा के लिए तत्पर रहेंगे।
इस अवसर पर थाना इंचार्ज ने कहा,आप सब मेरे छोटे भाई-बहन हैं। आपकी खुशी और सुरक्षा मेरी पहली जिम्मेदारी है।
विद्यालय के प्रबन्धक सुरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों में संस्कार, भाईचारे और पुलिस के प्रति सम्मान की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। पूरे विद्यालय में आज उत्सव और अपनापन का माहौल रहा।
विद्यालय के प्रधानाचार्य धमेंद्र तिवारी राखी व रक्षा बंधन के पर्व ऐतिहासिकता व उसके सांस्कृतिक वैभव पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया यह रक्षा सूत्र केवल एक धागा ही नही बल्कि यह यही रक्षाबंधन बंगाल विभाजन के समय भारतीयों ने अपने अटूट एकता के परिचय इसी पर्व के माध्यम अंग्रेजों को सन्देश दिया । यही रक्षा के माध्यम से द्रोपदी का भगवान कृष्ण ने रक्षा की ।यह केवल पर्व की नही बल्कि भारतीय संस्कृति की अटूट विरासत व वैभव का भी प्रतीक है ।
विद्यालय के व्यवस्थापक डॉ अनूप कुमार ने बहिनों को रक्षाबंधन के पर्व को केवल घर तक ही सीमित न होने बल्कि समाज अन्य भईया को भी जाकर राखी बांधे उन्हें समाज मे महिला सुरक्षा का प्रण की जिम्मेदारी के लिए प्रेरित किया।
साथ में विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य चंद्रदत्त, प्रदीप मिश्रा बहिनों में आंशिक ,दिव्यांशी ,रानी, शालू अंतिमा वैशाली आदि बहनों ने राखी बांधी।