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जनता का विश्वास कायम रखने के लिए निर्वाचन आयोग को देश के सामने लेनी होगी जबाबदेही- प्रमोद तिवारी


व्यूरो,लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि निर्वाचन आयोग को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के पांच बिंदुओं से जुड़े आरोपो की सीधी जबाबदेही लेनी चाहिए। उन्होने कहा कि सोमवार को विपक्षी गठबंधन नई दिल्ली में निर्वाचन आयोग से संयुक्त मुलाकात में इस गंभीर मसले पर सार्वजनिक जबाबदेही की मांग पर जोर देगा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि एलओपी राहुल गांधी का चुनाव में वोट चोरी का आरोप निर्वाचन आयोग के दस्तावेजों पर आधारित है। उन्होने कहा कि राहुल गांधी ने मतदान प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली को लेकर अब निर्वाचन आयोग को सार्थक व समर्पित तथा स्पष्ट साक्ष्य सौंपे हैं। उन्होने कहा कि राहुल गांधी ने मजबूती के साथ देश के सामने चुनाव प्रक्रिया में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी को रख दिया है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि पांच सूत्रीय इस दस्तावेज पर निर्वाचन आयोग की जनता के विश्वास को बनाए रखने की जिम्मेदारी पूरी तरह कसौटी पर आ खड़ी हुई है। उन्होने कहा कि देश की जनता का विश्वास लोकतंत्र के प्रति अडिग बना रहे इसके लिए निर्वाचन आयोग को इन सवालो का जबाब भाजपा के दबाव से पूरी तरह मुक्त होकर देना होगा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी ने दस्तावेज के आधार पर यह साबित कर दिया है कि जहां जहां पर बेईमानी हुई उसने निर्वाचन की पवित्रता को कैसे तार तार कर दिया है। उन्होने कहा कि चुनाव बंद होने के बाद आखिर कितने प्रतिशत वोट बढ़े, इसकी जबाबदेही से अब निर्वाचन आयोग इन सबूतों के बाद कैसे बच सकता है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मतदाता सूची में योग्य वोटरों का नाम काटा गया है और दुर्भाग्य है कि बड़े पैमाने पर अयोग्य मतदाताओं का नाम जोड़ा गया है। उन्होने कहा कि चुनाव व्यवस्था में सत्ता के तिलिस्म को कहीं से भी सेंधमारी का अधिकार नही है। वहीं राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने ईडी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की ताजा तल्ख टिप्पणी को भी अत्यन्त गंभीर करार दिया है। उन्होने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का यह कहना कि आर्थिक अपराध की वसूली का रेसियो दस प्रतिशत भी नही है खुद ईडी को कटघरे में खड़ा कर गया है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि ईडी इस समय भाजपा की एक स्वयंसेवी संस्था होने की पहचान बन गयी है। उन्होने कहा कि स्वायतशाषी आर्थिक अपराध से जुड़ी संस्था ईडी को इस तल्ख टिप्पणी से सबक लेना चाहिए। उन्होने कहा कि एक बड़ी जांच एजेन्सी का राजनैतिक दुरूपयोग में शामिल होना देश की लोकतंात्रिक व्यवस्था के लिए बेहद खतरनाक व चिन्ताजनक है। उन्होने कहा कि ईडी एक संवैधानिक संस्था के रूप में प्रधानमंत्री के प्रति जबाबदेह हुआ करती है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय की ईडी को कड़ी फटकार के बाद अब मुखिया होने के नाते पीएम मोदी को देश के सामने इस संस्था की पारदर्शिता की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होने कहा कि अमेरिका ने पीएम के उतावलेपन का लाभ उठाकर टैरिफ का भार देश पर झोंक दिया। उन्होने पीएम की चीन की प्रस्तावित यात्रा को लेकर भी नसीहत दी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा है कि चीन को भी पीएम मोदी झूला झुला चुकें हैं। उन्होने कहा कि चीनी सामान का ही देश में व्यापार लगातार बढ़ रहा है। उन्होने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को सचेत रहना होगा कि चीन ने गलवान घाटी से लेकर सीमा सुरक्षा के मामले में अभी तक सिर्फ धोखा ही धोखा परोसा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि ग्यारह सालों में मोदी सरकार ने गलत नीतियों के कारण अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। उन्होने कहा कि देश की विदेश नीति भी इस समय पूरी तरह भटक गयी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि विदेश नीति का भटकाव देश के गुटनिरपेक्ष आंदोलन की स्थापित भूमिका पर भी प्रभाव छोड़ गया है। उन्होने कहा कि आपरेशन सिंदूर के समय दुनिया के एक भी देश का भारत के समर्थन में खुलकर खड़ा न होना विदेश नीति की अप्रभाविकता का ज्वलंत उदाहरण है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का यह बयान मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से शुक्रवार को निर्गत हुआ है।

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