मुख्यमंत्री के निर्देश पर अमल कब होगा?
दस विश्वा जमीन का मालिक कैसे बन गया बीसों बीघा जमीन का काश्तकार?
भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के बल पर चर रहा है भू-माफिया का खेल!
संयम भारत संवाददाता
व्यूरो,भदोही, ज्ञानपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भदोही जनपद में अधिकारियों को संबोधित करते हुए भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। अब देखना है कि जिलाधिकारी भदोही ज्ञानपुर तहसील में सक्रिय शातिर भू माफिया कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई कब करेंगे?
इस माफिया की दादागिरी दिनों दिन बढ़ती चली जा रही है। बताया जाता है कि ज्ञानपुर तहसील में कार्यरत रहा भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा पहले दस बिस्वा जमीन का मालिक था। अपने कार्यकाल के दौरान तहसील प्रशासन के कागजातों में फर्जी वाडा करके सरकारी रिकॉर्ड में हेरा फेरी करके इसने कई बीघा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया। यही नहीं इसमें सरकारी जमीन, ग्राम समाज की जमीन, सार्वजनिक तालाब की जमीन, बच्चों के खेल के मैदान की जमीनो पर कब्जा कर लिया। यही नहीं इसने सरकारी जमीन पर कब्जा करके विद्यालय बनवा दिया है। एक ही विद्यालय के भवन पर चार-चार विद्यालयों की मान्यता लेकर ये विद्यालय चला रहा है। लोगों का कहना है कि भू माफिया कमला शंकर मिश्रा जेल में बंद माफिया सरगना विजय गिरोह का सक्रिय सदस्य है और इस गिरोह के इशारे पर भोले भाले किसानों की जमीनों पर अवैध कब्जा करना इसका पेशा है।
सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो यह है कि ज्ञानपुर तहसील के इटहरा गांव निवासी दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर इसने अवैध कब्जा कर दिया। दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर अवैध कब्जा करने के लिए इसने फर्जी हालफनामा बनवाया और फर्जी नाम बनवाकर दिव्यांग दलित मल्लू की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया।
दिव्यांग दलित मल्लू तमाम अधिकारियों को बार-बार शिकायती प्रार्थना पत्र देकर थक गया है। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। यही नहीं क्षेत्र के दर्जनो पीड़ित किसानों ने भी माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ शिकायती पत्र भेजा है। लेकिन लोगों के द्वारा भेजे जा रहे शिकायती पत्रों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसकी वजह से माफिया सरगना कमला शंकर मिश्रा का गुंडाराज ज्ञानपुर तहसील में अभी भी कायम है। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने भू माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। लेकिन उनके निर्देश का ज्ञानपुर तहसील में कितना असर होगा, यह देखने वाली बात है? भदोही जनपद में अभी नए जिलाधिकारी आए हैं! स्थिति को समझने में वक्त लगता है। लेकिन सूत्रों का यह कहना है कि भू-माफिया के सहयोगी द्वारा जिलाधिकारी को गुमराह किया जा रहा है। क्योंकि ज्ञानपुर तहसील में ही सारा घपले और घोटाला हुआ है। ज्ञानपुर तहसील के सरकारी रिकॉर्ड में जो हेरा फेरी की गई है। अगर इसकी जांच हुई तो भू-माफिया और इसके सहयोगी का भी फसना तय है। और जो भी इस मामले को दबाने में लगे हुए हैं। वो भी फस सकते हैं दिव्यांग दलित मल्लू जैसे बेसहारा लोगों की जमीन भू माफिया के द्वारा छीनी जा रही है। जिससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
लोगों का यह कहना है कि भू माफिया कमला शंकर मिश्रा और इसका सहयोगी लोग मिलकर ज्ञानपुर तहसील में बहुत बड़ा भू रैकेट चला रहे हैं। सरकारी जमीनों पर कब्जा करना इनका धंधा हो गया है। दिव्यांग मंल्लू ने जब इन लोगों के विरुद्ध शिकायत की। तो इन अपराधियों ने कमला शंकर मिश्रा के साथ जाकर उसके दुर्व्यवहार किया।लेकिन उसकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लोगों का यह कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर भूमाफियाओं के खिलाफ जब पूरे प्रदेश में सख्त कार्रवाई हो रही है। तो भदोही जनपद में माफिया सरगना गिरोह के सक्रिय सदस्य भू-माफिया कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है?
कहीं ऐसा तो नहीं है कि भूमाफियाओं के इशारे पर योगी सरकार की छवि खराब करने की कोशिश हो रही है। इस मामले की जांच होनी चाहिए।