भू-माफिया के खिलाफ मिले अभिलेख सहित प्रमाण!
चकबंदी एवं तहसील के रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का सच हुआ उजागर!
भू माफिया के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई के लिए प्रशासन से मांग!
चकबंदी एवं तहसील के कागजात में हेराफेरी करने का मिला सबूत!
विद्यालय के नाम जमीन ट्रांसफर का फर्जीवाड़ा आया सामने!
संयम भारत संवाददाता
भदोही, ज्ञानपुर। भदोही जनपद के ज्ञानपुर तहसील में कार्यरत रहा रिटायर लेखपाल कमला शंकर मिश्रा और उसके गिरोह के सदस्यों के जालसाजी भरे कारनामों के प्रमाण सामने आ गए हैं।
तहसील एवं चकबंदी के रिकॉर्ड में जो इन लोगों ने हेरा फेरी की। उसका भी प्रमाण मिल गया है। इसके साथ ही इन लोगों ने चकबंदी के रिकॉर्ड में जो कारनामें इन लोगों द्वारा किया गया हैं। उसका भी प्रमाण सामने आ गया है। विद्यालय के नाम से जमीन को किस तरह से ट्रांसफर किया गया। उसके भी रिकॉर्ड सामने आ गए हैं।
शासन से शासनादेश जारी हुआ है। उसके चलते अब भू माफिया कमला शंकर मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई होने की संभावनाएं प्रबल होती जा रही है। बताया जाता है कि जब उ.प्र. शासन द्वारा निर्गत शासनादेश 1975 से ग्राम सभा की भूमि को प्राईवेट विद्यालयों को आवंटित करने से मना कर दिया गया, जिसका उद्धरण राजस्व परिषद ने भारतीय बाल विद्यालय बनाम आत्माराम गौड़ 2001 आर.डी. 18 तथा इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने मिठाईलाल दूबे बनाम जिला मजिस्ट्रेट भदोही व अन्य में वर्णित है, तो राजस्व ग्राम इटहरा उपरवार की आराजी नं- 1378 रकबा 0.593 हे. जिसका पुराना आराजी नंबर 343, 344/1, 362/2, 363/3 आराजी नं- 943 रकबा 0.234 हे. जिसका पुराना आराजी नंबर 383/1 वर्तमान में शिवकरन मिश्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इटहरा व आराजी नं- 1385 रकबा 0.215 हे. जिसका पुराना आराजी नंबर 347/2, 360/2 शिवबाल बाड़ी प्राथमिक विद्यालय इटहरा आराजी नं- 1661 क रकबा 0.885 हे. आराजी नं- 500 ई रकबा 0.57 हे. आराजी नंबर 1377 रकबा 0.110 हे.
आराजी नं- 1378, 943, 1385, 1661, 500 ई, 1377
राजस्व ग्राम इटहरा की भूमि किस आधार पर भू-माफिया रिटायर लेखपाल कमलाशंकर मिश्रा व इसके परिवार के नाम एवं इसके द्वारा संचालित स्कूलों के नाम कैसे हो गया है,इसका मतलब यह स्वयं किया है। बताया यह भी जा रहा है कि राजस्व ग्राम इटहरा की आधार वर्ष खतौनी एवं चकबंदी विभाग से आकार पत्र 2 क, आकार पत्र 11, आकार पत्र 23, के पन्नों को भी भू-माफिया ने साजिश करके हेराफेरी कर दिया है! सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि भू-माफिया ने पी डब्लू डी की जमीन में भी भारी पैमाने पर फेर बदल किया है।
चकबंदी के प्रतियों में अधिकार स्वलेख में जंगल, आबादी को काटकर उपरोक्त अनाधिकृत प्राईवेट विद्यालयों का नाम अंकित किया गया है। जो अपने आप में बहुत ही गंभीर मामला है जिसके जांच के लिए और इस तरह के कृत्य करने वाले भू-माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग जोरों पर है।